Digital Agriculture Scheme – देश के किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने डिजिटल एग्रीकल्चर योजना की शुरुआत की है| इस योजना के माध्यम से किसानों के खेतों की सारी जानकारी अब ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जाएगी| जिसके लिए खेतों में जियो टैगिंग लगाकर सैटेलाइट के जरिए खेतों की पैदावार का आंकड़ा डिजिटल रूप से प्राप्त किया जा सकेगा| क्या है Digital Agriculture Yojana, कैसे मिलेगा इसका लाभ और इसके लिए आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी हम आपको इस लेख के जरिए उपलवध करवाएंगे|
Digital Agriculture Yojana
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी ने किसानों के लिए डिजिटल एग्रीकल्चर योजना को शुरू किया है| इस योजना के माध्यम से किसानों के खेतों में जियो टैगिंग लगाई जाएगी| जिससे सैटेलाइट के दवारा खेतों की पैदावार की जानकारी डिजिटल रूप से प्राप्त की जा सकेगी| आपको वता दें कि जिन किसानों की फसले ओलावृष्टि से नष्ट हो गई थीं, उन सभी किसानों को उनकी फसलों की नुकसान का सही पता चल सकेगा। सेटेलाइट के द्वारा सर्वेक्षण होने से किसान गलत तरीके से प्राकृतिक आपदा का लाभ नही उठा सकेंगे, जो पात्र किसान होंगे उन्हे ही योजना का लाभ मिलेगा|
Key Highlight Digital Agriculture Yojana
योजना का नाम | डिजिटल एग्रीकल्चर योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | भारत के केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी दवारा |
लाभार्थी | देश के पात्र किसान |
प्रदान की जाने वाली सहायता | किसानों की खेती का रिकार्ड ऑनलाइन उपलब्ध करवाना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | agricoop.nic.in |
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना के लिए पात्रता-मानदंड
- आवेदक को देश का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- सभी राज्यों के किसान योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगे|
- किसान का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए|
Digital Agriculture Yojana के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जमीनी दस्तावेज
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नम्वर
- पासपोर्ट साइज फ़ोटोग्राफ
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना के लाभ व विशेषताएँ
- डिजिटल कृषि योजना को देश के सभी किसानो के लिए शुरू किया जाएगा|
- इस योजना के जरिए किसानों के खेतों में जियो टैगिंग लगाई जाएगी।
- जियो टैगिंग लगने के बाद सेटेलाइट द्वारा पूरे राज्य में फसल का उत्पादन कितना हुआ है इसकी सारी जानकारी डिजिटल रूप से प्राप्त की जा सकेगी।
- ओलावृष्टि के दौरान सेटेलाइट के दवारा खेत का सर्वेक्षण होने से सभी किसानों को उनकी फसलों के नुकसान का सही पता चल सकेगा|
- सेटेलाइट के द्वारा सर्वेक्षण होने से पात्र किसानों को ही योजना का मुआवजा मिलेगा।
- जो किसान गलत तरीके से मुआवाजा प्राप्त कर रहे थे, उन सव पे रोक लगेगी|
- इस योजना से अब किसानों को बैंको से लोन लेने के लिए नो ड्यूज के चक्कर के लिए भी नही भटकना पडेगा|
- ये योजना पूरे देश मे चलाई जाएगी|
- योजना का लाभ किसानों को विना किसी भेदभाव के प्रदान किया जाएगा|
- डिजिटल एग्रीकल्चर योजना का लाभ पाकर किसान आत्म-निर्भर वनेगे|
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना का उद्देश्य
पात्र किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित करना है और खेती का रिकॉर्ड डिजिटल रूप से उपलवध करवाना है|
How to Apply Online for the Digital Agriculture Yojana
लाभार्थीयों की सुविधा के लिए Digital Agriculture Yojana के लिए लिंक सक्रिय कर दिया जाएगा, उसके बाद आवेदक इस लिंक पे क्लिक करके घर बैठे आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
Digital Agriculture Yojana – Helpline Number
जल्द ही लाभार्थीयों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नमवर भी शुरू किए जाएंगे, ताकि आवेदक दिए गए नम्वर पर फोन करके योजना के वारे मे जानकारी प्राप्त कर सके|