हम सभी जानते हैं पिछले 2 वर्षों से किस तरह से पूरा विश्व कोरोना महामारी के साथ जूझ रहा है। हमारे देश में भी कोरोना महामारी एक विकराल रूप लेकर हमारे सामने आई है जिसके चलते हमें कई रूप में नुकसान उठाना पड़ा है। कोरोना महामारी जिसकी शुरुआत वर्ष 2019 में हुई और भारत में कोरोना से पीड़ित पहले व्यक्ति की पहचान 27 जनवरी 2020 को केरला में की गई। धीरे-धीरे कोरोना के मामले हमारे देश में बढ़ते गए जिसे कोविड की पहली लहर (First Wave) का नाम दिया गया। 24 मार्च 2020 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा महामारी से देशवासियों को बचाने और इस पर रोकथाम करने के लिए पहले लॉकडाउन का निर्णय लिया गया और इसे लागू किया गया।
पहला लॉकडाउन 2 महीने के अंतराल का रहा जिसमें देश को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा साथ ही देशवासियों को भी कई तरह की समस्याओं के साथ झूझना पड़ा। पहले लॉकडाउन की समाप्ति के बाद देश में कोरोना मामलों में गिरावट आई और जिसके कारण लॉकडाउन से परेशान हो रही देश की जनता की समस्या को दूर करने और मूलभूत सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कई सारे नए नियमों को सरकार ने लागू किया जिसके चलते एक निश्चित समय के लिए बाजारों का खुलना, लोगों की सिमित आवाजाही, बैंक और अन्य दफ्तरों का कड़े नियमों के साथ खुलना और अन्य जरूरी स्थानों पर लोगों को जाने की अनुमति प्रदान की गई। मगर सरकार ने सख्त नियमों का आदेश और नियमों को पालन करने का अनुरोध भी जनता से किया कि वह घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें, ज्यादा से ज्यादा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
परंतु लोगों की लापरवाही, कोरोना लक्षणों की अनदेखी, सामाजिक और राजनीतिक समारोह का आयोजन, शासकीय कोरोना नियमों का उल्लंघन आदि कारणों से इस वर्ष पुनः कोरोना महामारी एक संकट बन कर हमारे देश में उभरा जिसे कोविड की दूसरी लहर (Second Wave) कहा गया। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में मृत्यु दर भी काफी ज्यादा रहा, और अप्रैल माह देश में सबसे अधिक संख्या में कोरोना मामले देश में दर्ज किए गए।
हमारी सरकार ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अनेक तरह की योजनाएँ को तैयार किया और इसमें एक महत्वपूर्ण योजना थी कोविड टीकाकरण योजना जिसे भारत सरकार ने 16 जनवरी 2021 को शुरू किया। 16 जनवरी 2021 को देश में पहला टीकाकरण अभियान संपन्न हुआ और तब से लेकर आज तक टीकाकरण अभियान निरंतर जारी है। टीकाकरण अभियान के लिए सरकार ने 35 हजार करोड़ रुपयों की राशि निर्धारित की है। देश में टीकाकरण 2 चरणों में संपन्न हो रहा है इसमें देशवासियों को दो बार में टीका लगाया जा रहा है जिसे पहली खुराक और दूसरी खुराक यानी कि First dose & Second dose का नाम दिया गया है। वर्तमान स्थिति में 800 मिलियन खुराक देशवासियों को प्रदान की गई है। आज देश में कुल 47 हजार 268 टीकाकरण केंद्र (vaccination center) निरंतर काम कर रहे हैं जहाँ पर लोगों को टीका (कोविड वैक्सीन) लगाई जा रही है।
हमारे देश में जब टीकाकरण अभियान शुरू हुआ उस समय दो तरह की वैक्सीन कोविडशिल्ड (Covidshield) और कोवैक्सीन (Covaxin) दोनों को मान्यता प्रदान की गई। Covidshield सिरम इंस्टीट्यूट द्वारा और Covaxin भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई है। दोनों ही वैक्सीन का निर्माण हमारे ही देश में हुआ है इसके साथ ही 12 अप्रैल को स्पुटनिक (Sputnik) नाम की एक और नई वैक्सीन को भी हमारे देश में उपयोग करने की अनुमति स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग (यूनियन मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर) के ड्रग कंट्रोलर आफ इंडिया (DCGI) द्वारा प्रदान की गई।
COWIN टीकाकरण पंजीकरण – cowin.gov.inपोर्टल रजिस्ट्रेशन
टीकाकरण के लिए आप cowin.gov.in वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते है। कोविड पोर्टल पंजीकरण की प्रक्रिया निम्नलिखित है जिसमें आपकी सुविधा के लिए चित्रों के साथ विवरण शामिल है:
- सबसे पहले cowin.gov.in की वेबसाइट को खोलें जहाँ पहले आप होम पेज पर पहुँचेंगे
- होमपेज के दाँई तरफ से आप अपनी सुविधा के अनुसार भाषा का चयन कर सकते हैं
- इस पेज पर अपना मोबाइल नंबर डालने के बाद, आपको ओ टी पी प्राप्त होगा जिसे दर्ज कर आगे बढ़े और टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी करें
कोविड टीकाकरण सेंटर का चयन करने की प्रक्रिया
- COWIN वेबसाइट के होम पेज पर दी गई सीधे हाथ की तरफ तीन लकीरों पर क्लिक करें
- फिर टीकाकरण सेवाओं पर क्लिक करें उसके बाद टीकाकरण केंद्र खोजें ऑप्शन पर क्लिक करें
आप 3 तरह से टीकाकरण केंद्र को खोज सकते हैं
- पिनकोड के आधार पर
- जिले के आधार पर
- मानचित्र के जरिए
- इस तरह आप केंद्र का चयन कर सकते है।
Cowin की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आप टीकाकरण प्रमाण पत्र (Vaccination Certificate) भी प्राप्त कर सकते है। टीकाकरण की प्रक्रिया के लिए आप Cowin application या आरोग्य सेतु एप की भी सहायता ले सकते है।
ध्यान रखें कि हमें अधिक से अधिक मात्रा में टीकाकरण करवाना है इसलिए स्वयं भी वैक्सीन की दोनों डोज प्राप्त करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें। टीकाकरण के बाद हमें हल्का बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द और सूजन की शिकायत हो सकती है परंतु इससे किसी भी तरह घबराए नहीं।