कानपुर के बिकरू में हुए शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे को अब पुलिस ने धर दबोचा है(Gangster Vikas Dubey Arrested From Ujjain)। विकास दुबे को गुरूवार सुबह उज्जैन के मंदिर में महाकाल के दर्शन करने गया था। जंहा एक गार्ड ने उसे पहचान लिया और पुलिस को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने बिना देर किए ही इस पेशेवर मुज़रिम को पकड़ लिया। उतर प्रदेश की पुलिस विकास दुबे को बीते 6 दिन से ढूंढ रही थी।
यह घटना आज सुबह यानी 9 जुलाई 2020 की है, जब कुख्यात मुज़रिम विकास दूबे उज्जैन के मंदिर में गया था। जंहा मंदिर की ही सेक्योरिटी टीम ने उसे संदिग्ध जानकर पकड़ लिया था। इसके बाद महाकाल थाना पुलिस को सूचना दी। हालांकि कुछ खबरे ऐसी भी सामने आ रही है जिसमे कहा जा रहा है कि विकास दुबे मंदिर में पंहुचकर चिल्लाने लगा कि मैं विकास दुबे हूं जिसके बाद उसे पकडा गया और पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई। हालांकि अब तक पूरी बात क्या है यह सामने नहीं आई है। लेकिन विकास की गिरफ्तारी हो चुकी है।
Gangster Vikas Dubey Arrested From Ujjain
विकास को पकड़ने वाले सिक्योरिटी गार्ड गोपाल सिंह ने कहा कि मैनें शक होने पर उसे पूछताछ के लिए रोका तो वह आनाकानी करने लगा। मुझे और ज्यादा शक हुआ, तो मैने पुलिस को बुलाया। इस पर उसने मेरे साथ झूमा झटकी की। थोड़ी देर में पुलिस आई और उसे गिरफ्तार कर लिया।
ऐसा रहा पूरा घटनाक्रम
- पहली घटना घटी 2 जुलाई 2020 को जब जब 3 थानों की पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने के लिए बिकरू गांव उसके घर पंहुची। मौके पर पंहुची पुलिस अभी पंहुची ही थी, तभी विकास की गैंग के लोगो ने उन पर हमला बोल दिया। इस मुठभेड़ में 8 पुलिस वाले शहीद हो गए।
- दूसरी घटना 3 जुलाई 2020 को हुई, यंहा पुलिस ने सुबह 7 बजे ही विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर डाला। 20-22 नामजद समेत करीब 60 लोगों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की गई।
- 5 जुलाई को पुलिस ने विकास के नौकर और उसके खास आदमी दया शंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। इस दौरान पुलिस को मजबूरन गोलियां चलानी पड़ी, जिसमें दया शंकर घायल हो गया। उसने ही इस बात का खुलासा किया कि विकास दुबे ने पहले से ही पुलिस कर्मियों को मारने का प्लान बनाया हुआ था।
- 6 जुलाई को पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दया शंकर की पत्नी रेखा समेत 3 को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि पूरा वारदात के अंदर यह दोनो भी इन बदमाशों की सहायता कर रही थी। घटना के दौरान जब पुलिस ने विकास दुबे और उनके गूंड़ों से बचने के लिए क्षमा का दरवाज़ा खटखटाया तो उसने पुलिस की मदद करने के बजाय, बदमाशों को ही पुलिस की लोकेशन की जानकारी देदी।
- 8 जुलाई: एसटीएफ ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया। प्रभात मिश्रा समेत 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
- 9 जुलाई: प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे एनकाउंटर में मारे गए। विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया(Gangster Vikas Dubey Arrested From Ujjain)। अब उसे एक अज्ञात जगह ले जाकर पूछताछ की जा रही है।