समाजवादी पेंशन योजना 28 फरवरी 2014 को उत्तर प्रदेश सरकार (समाजवादी पार्टी) द्वारा शुरू की गई थी। गरीबी परिवारों को बचत में बढ़ावा देने एवं वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई पेंशन योजनाओं में से एक है। समाजवादी पेंशन कार्यक्रम 40 लाख ग्रामीण निवासियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। Samajwadi Pension Yojana ने उत्तर प्रदेश में पुरानी रानी लक्ष्मीबाई पेंशन योजना का स्थान ले लिया था। उत्तर प्रदेश में गरीबी एक प्रमुख सामाजिक चिंता का विषय है। समाजवादी पार्टी ने इस पेंशन प्रणाली को शुरू किया था, जिसका लक्ष्य हर तीन गरीब परिवारों में से कम से कम एक को वित्तीय सहायता प्रदान करना था। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा की यदि उनकी पार्टी सत्ता मे आती है तो वे दोबारा समाजवादी पेंशन योजना 2022 को प्रारंभ करेगें।

समाजवादी पेंशन योजना क्या है?

समाजवादी पेंशन योजना

उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के द्वारा समाजवादी पेंशन योजना को वर्ष 2014 में प्रारंभ किया गया था। लेकिन जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने इस योजना को बन्द कर दिया था। इस योजना के अंतर्गत पात्रता रखने वाले लाभार्थी को प्रतिमाह ₹500 पेंशन प्रदान की जाती थी। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के नागरिक इस योजना का लाभ ले सकते थे। बेसिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की देखरेख में इस योजना के अंतर्गत चयनित परिवारों को पेंशन दी जाती थी।

Samajwadi Pension Yojana 2022 की घोषणा :

समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के अन्तर्गत कई प्रकार के वादे किए हैं, इन्ही में से एक वादा समाजवादी पेंशन योजना को दोबारा शुरू करने का किया हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा की यदि उनकी पार्टी सत्ता मे आती है तो वे दोबारा इस पेंशन योजना को प्रारंभ करेगें। साथ ही इस योजना की राशि को ₹500 प्रति माह से बढ़ाकर 1500 रुपए प्रतिमाह कर देंगे। यानी समाजवादी पेंशन योजना के माध्यम से लाभार्थी को हर वर्ष ₹18000 प्रदान किए जाएंगे।

योजना का उद्देश्य:

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कई परिवार ऐसे हैं, जिनके पास आय के उपयुक्त साधन नहीं है। अपना जीवन यापन करने के लिए उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आर्थिक व सामाजिक उन्नति हेतु आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से समाजवादी पेंशन योजना को शुरू किया गया था। लाभार्थी परिवार के मुखिया को योजना के माध्यम से ई -पेमेंट सिस्टम(E-payment system) द्वारा राशि प्रदान की जाती थी।

समाजवादी पेंशन योजना के लाभ:

  • योजना के माध्यम से लाभार्थी को प्रतिमाह ₹500 की पेंशन प्रदान की जाती है।
  • इस राशि की मदद से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक रुप से गरीब परिवारों को अपनी आजीविका चलाने में सहायता मिलेगी।
  • योजना के तहत परिवार की महिला मुखिया को लाभार्थी बनाया जाएगा।
  • महिला मुखिया ना होने की स्थिति में ही परिवार के पुरुष मुखिया को लाभार्थी बनाया जाएगा।

Samajwadi Pension Scheme में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज:

  • आधार कार्ड
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र
  • विकलांगता प्रमाण पत्र
  • बीपीएल प्रमाण पत्र
  • राशन कार्ड
  • पहचान प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक खाता विवरण

Samajwadi Pension के लिए पात्रता:

  • आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए।
  • आवेदक गरीबी रेखा से नीचे एवं बीपीएल परिवार से संबंधित होना चाहिए।
  • यह योजना राज्य के वृद्ध, विधवा, एवं विकलांगों के लिए है।

समाजवादी पेंशन योजना Online Apply कैसे करें, Application Form कहाँ मिलेगा

  • समाजवादी पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए आप सभी को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती थी। 
  • फिलहाल समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की सत्ता में नहीं है जिस वजह से यह योजना बंद पड़ी है।
  • यानी इस योजना के लिए पात्र कोई भी व्यक्ति वर्तमान में आवेदन नहीं कर सकते।
  • समाजवादी पार्टी का यह दावा है कि जब भी वह दोबारा सत्ता में आएगी इस योजना को पुनः प्रारंभ करेंगी।
  • योजना शुरू होने के बाद सभी पात्रता रखने वाले उत्तर प्रदेश के निवासी नागरिक समाजवादी पेंशन योजना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।

सामान्यता पूछे जाने वाले प्रश्न:

1) समाजवादी पेंशन योजना किस प्रदेश में लागू की गई थी?

उ- समाजवादी पेंशन योजना उत्तर प्रदेश राज्य में प्रारंभ की गई थी।

2) Samajwadi Pension Yojana कब और किसके द्वारा शुरू की गई थी?

उ- इस योजना को साल 2014 में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा प्रारंभ किया गया था।

3) समाजवादी पेंशन योजना के अंतर्गत लाभार्थी को कितनी राशि प्रदान की जाती थी?

उ- इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को ₹500 प्रति माह पेंशन प्रदान की जाती थी।